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होम लोन सेटलमेंट क्या है
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लोन सेटलमेंट और लोन क्लोजर में फर्क
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किन हालात में लोन सेटलमेंट करें
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लोन सेटलमेंट का CIBIL स्कोर पर असर
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सेटलमेंट के बजाय क्या विकल्प हैं
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बैंक से होम लोन सेटलमेंट कैसे करें
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भारत में लोन से जुड़ी कानूनी बातें
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जरूरी सुझाव जो आपको नुकसान से बचाएंगे
1. होम लोन सेटलमेंट क्या है
जब कोई व्यक्ति समय पर होम लोन की EMI नहीं चुका पाता और आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो जाती है, तो बैंक से loan settlement की बातचीत की जाती है। इसमें बैंक कुल बकाया राशि से कम रकम लेकर लोन को “सेटल” कर देता है।
लेकिन ध्यान दें, यह विकल्प तभी अपनाएं जब आपके पास कोई दूसरा रास्ता न हो।
2. लोन सेटलमेंट और लोन क्लोजर में फर्क
पॉइंट | लोन क्लोजर | लोन सेटलमेंट |
---|---|---|
भुगतान | पूरा ब्याज और मूलधन | आंशिक राशि |
रिपोर्ट में | “Closed” | “Settled” |
प्रभाव | CIBIL स्कोर बेहतर | CIBIL स्कोर खराब |
3. किन हालात में लोन सेटलमेंट करें
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अचानक नौकरी छूट जाना
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लंबे समय से बीमार होना या मेडिकल इमरजेंसी
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आय का कोई अन्य स्रोत न होना
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दिवालियापन की स्थिति आ जाना
याद रखें, यह अंतिम विकल्प है, प्राथमिक नहीं।
4. लोन सेटलमेंट का CIBIL स्कोर पर असर
जब आपका लोन “Settled” के रूप में दर्ज होता है, तो:
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CIBIL स्कोर 75 से 100 पॉइंट तक गिर सकता है
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भविष्य में क्रेडिट कार्ड या लोन लेना मुश्किल हो जाता है
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बैंक आपको high risk borrower मानते हैं
5. सेटलमेंट के बजाय क्या विकल्प हैं
सेटलमेंट से पहले ये विकल्प ज़रूर आज़माएं:
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Loan Restructuring: बैंक से EMI घटवाने या अवधि बढ़वाने की बात करें
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Loan Moratorium: समय लेकर दोबारा भुगतान शुरू करें
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Property या Assets बेचकर कर्ज चुकाएं
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Balance Transfer: दूसरे बैंक में ट्रांसफर करवा कर सस्ती EMI लें
6. बैंक से होम लोन सेटलमेंट कैसे करें
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बैंक के रिकवरी डिपार्टमेंट से संपर्क करें
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अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में खुलकर बताएं
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एकमुश्त (lump sum) राशि की पेशकश करें
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बातचीत लिखित रूप में करें
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Settlement Letter और No Due Certificate जरूर लें
⚠️ हमेशा लिखित दस्तावेज रखें ताकि भविष्य में कोई कानूनी विवाद न हो।
7. भारत में लोन से जुड़ी कानूनी बातें
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बैंक SARFAESI Act के तहत आपकी संपत्ति जब्त कर सकता है
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सेटलमेंट करने से कानूनी कार्यवाही रुक सकती है लेकिन क्रेडिट रिकॉर्ड पर दाग रहता है
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किसी भी सेटलमेंट से पहले वकील या वित्तीय सलाहकार से सलाह लें
8. जरूरी सुझाव जो आपको नुकसान से बचाएंगे
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EMI चुकाने में देर न करें, समय रहते बैंक से संपर्क करें
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अगर स्थायी समाधान चाहिए तो restructuring बेहतर है
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Settlement के बाद CIBIL सुधारने के लिए क्रेडिट कार्ड या छोटे लोन लेकर समय पर चुकाएं
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दस्तावेजों की कॉपी संभालकर रखें